प्यार

प्यार
 प्राय प्राणी जगत में सभी प्रकार के प्राणों में पाया जाता हें, कथनीय अकथनीय या मूक अवस्थाओं में प्यार पनपता और पनपाया जाता हैं, प्यार किया जाता और प्यार होता हैं, प्यार किया जाता हो जाता दो अवस्थाओ में भिन्नता पाई जाती हैं, प्यार एक तरफा प्यार दो तरफ़ा होता हैं, प्यार सकारात्मक और प्यार नकारात्मक पाया जाता हैं, प्यार की पौध, प्यार की खेती, प्यार का बगीचा, प्यार की खरपतवार के रुपमे मैने अध्यन किया हैं. प्यार एक सिक्के के दो पहलुओ की तरह होता हैं.

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