मंगलवार, 26 मार्च 2013

गुर्दा रोग से कैसे बचे जानने के लिए पढ़ें !

गुर्दा रोग में सावधानिया = गुर्दा रोग शरीर का वो महत्वपूर्ण अंग है जो शरीर की अशुदियो को शरीर से बाहर निकाल फेकता है इस की जानकारी के अभाव मे घातक रोगों के फैलने से बचना है. गुर्दों का मुख्य कार्य शरीर की अशुद्धियो को बाहर निकाल फेंकना ही है. भारतीय परंपरा रही की पानी को छान कर पीना चाहिए, प्रकृति ने इन्सान को एक नही दो गुर्दे दिए है, कुछ चतुर किस्म के लोग एक गुर्दे के ख़राब होने पर अपना व्यापार का साधन बना डाला है एवं भोले भाले लोग का गुर्दा निकाल कर अंग प्रत्यारोप करते है विशेष कर भारत जैसे देश में सस्ता अंग प्रत्यारोप होता है और इस के शिकार गरीबी , भोला भाला या नशे डी किस्म के इन्सान हो जाते है.
गुर्दे की बीमारी के लक्षणइस गुर्दों की बीमारी का महँगा होने से सभी इलाज नही करवा पाते और जो करवाते वो भी कष्ट भोग कर जीते है उन का समय और धन दोनों बर्बाद होते है. इस का आँखों के पलकों के नीचे खासकर सूजन आना फिर मुहँ पर सूजन आना बाद में पूरे शरीर पर सूजन आ जाती है जहा पर सूजन होती वहा पर अंगूठा दबाने से गड्डा पड जाता है. थायराइड या फाइलेरिया की बीमारी हो तो सूजन तो आती मगर गड्ढा नही पड़ता हैं . 
मधुमेह [ डायबिटीज़ ] में गुर्दे खराब होने की संभावना = गुर्दे फेल होना की खास वजह होती है मधुमेह यानि डायबिटीज़ के कारणों में दवाओं के दुष्प्रभाव की दोहरी ख़राबी का पाया जाता है.
रात में बिस्तर गिला करना = करीब करीब बच्चे 3 से 5 वर्ष की उम्र में बच्चे बिस्तर में मूत्र करना बंद कर देते है, अगर 5 वर्ष के बाद बच्चा बिस्तर पर मूत्र करता है तो जाच भी करनी चाहिए, कभी कभी पोषण की कमी से भी या मनो विज्ञान के कारणों को भी समझाना चाहिए.
मूत्र में खून आना = बच्चों में तो बुखार खांसी गला में खराश भी होती है, कमर दर्द के साथ पेट दर्द हो तो गुर्दों में पथरी होने की संभावना होती एवं वृद्ध लोगो के गुर्दो में ट्यूमर भी हो सकता है.
मूत्र में पथरी का आना = कैल्सियम और ओक्सेलेट वाले आहार खाने से भी पथरी बन सकती है. जिस से छोटे छोटे पथरी के टुकड़े हो सकते है.
मूत्र करते समय जोर लगाना या धार का पतली हो जाना = वृद्ध लोगो में प्रो टेस्ट ग्रन्थि के बढ़ाने के कारण भी होता है .
रक्तचाप का असंतुलन होना = खून की कमी के साथ रक्तचाप का असंतुलन होने से भी होता है , साथ ही मूत्र जांच में प्रोटीन और एलबुमिन का पाया जाना होता है.
गुर्दा खराब ले लिए मूल कारण = गुर्दा ख़राबी का मूल रूप से असंतुलित आहार ही कारण माना जाता है ज्यादातर कार्बोहाइड्रेट वाला अति आहार, कैल्सियम, ओक्सेलेट युक्त आहार से एवं आधुनिक दवाइयों के दुष्प्रभाव से भी बचा नही जा सकता. संतुलित आहार ली जिये और स्वस्थ जीवन जिए.

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