न्युमोनिया , निमोनिया = फेफड़ो की सुजन को निमोनिया कहते है .इन फेफड़ो में रोग हो जाने से रोगी को ज्वार ,साँस ,ख़ासी ,में कठिनाई होती है ,यह भयंकर छुत का रोग होता है . अधिक सर्दी लगने के प्रभाव से होता है . रोग से फेफड़ो में सुजन व् पाक हो जाता है , सर्दी ,वर्षा में शीतल वायु के लग जाने ,धूल-युक्त दूषित वायु में रहना, अनियमित आहार- विहार, वक्ष स्थान की चोट और किसी किसी मौसम की प्रतिकूलता के कारण भी हो सकता है ,ज्यादा कुपोषित रोगी में बार-बार निमोनिया होता है .कुपोषित में ऑक्सीजन [ वायु ] की कमी के साथ प्रतिरोध क्षमता की कमी पाई जाती है ,विशेष करके कफ वृर्दीवाले और शीतल आहार भी ज्यादातर बीमारी की सहायक भूमिका होती है .बचाव उपाय = फेफड़ो में पर्याप्त ऑक्सीजन की पूर्ति करना जरूरी होता है .फ्रिज ,कूलर के आहार से बचना चाहिए ,आइसक्रीम से भी दूर रहना चाहिए, दूध ,घी ,वसा ,दही ,खट्टे,बासी आहार खाने से बचाव करे .केला, टमाटर, प्याज़, बेर सीताफल नही खाए , खजूर ,अनार ,सौंठ , सतावरी ,अश्वगंधा और च्वनप्राश का सेवन करे . .
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