मंगलवार, 17 सितंबर 2013

तिल

तिल
आप के सुन्दर चेहरा पर काला तिल और सुंदरता बढ़ा देता भारतीय फ़िल्मो में भी तिल को गीतों के मुखड़ो में गाया भी गया की " गोरे-गोर गाल पर ये काला तिल मन को क्यों भाए " एक सवाल में करू एक सवाल तुम करो ?
तिल चेहरे के अलावा शरीर के किसी भी भाग में हो सकते है. इसका काला, भूरा या चमड़ी से मिलता जुलता भी हो सकता हैं.जो आम तौर पर नुकसानदायक नही होते. फिर भी आधुनिक जीवनशैली में ध्यान रखना जरूरी होता है .सामान्य के लिए होम्योपैथ में उपचार हो सकता जिसकी जाँच आवश्यकता होती हैं .
मगर आप ने कभी गौर नही किया होगा की इसकी वृद्धि होना सुंदरता का सूचक नही हैं बल्कि आप को कोई बीमारी होने की सूचना हैं, जो परिवर्तन उन के रंगों में होता हो तो ही माना जाता एवं ये सामान्य आकर से बड़े होते हैं अन्य था बचपन या व्यस्क में सामान्य है तो इन तिल की आप चिंता नही करे .
ये तिल 15 से 50 भी पाए जाते के बावजूद सामान्य ही होते है फिर भी ये एक गंभीर बीमारी भी हो सकती हैं.जो सामान्यतया के साथ खुरदरी या चिकना भी होते.और ये जब तिल का रूप-रंग में परिवर्तन होने लगे और उस स्थान में खुजली होनी शुरू होती है. इस तिल को त्वचा का कैंसर ग्रस्त भी माना जाता है जो पैथोलोजीकल जाँच के बाद ही पता लगाया जा सकता हैं. की जाँच से जिसमे पता चलता मैलिगनेंट मेलेनोमा ( त्वचा का कैंसर ) है अथवा नही. ये अवस्था तब मानी जाती बचपन की बजाय बड़ी उम्र में ये तिल उत्पन्न हो कर रंग परिवर्तन के साथ, चमड़ी के खुजलाने पर रक्त प्रवाह होता हैं .
सावधानी = सावधान मात्र यही है की तिल का आकार सामान्यतया से बड़े हो रहे हो और रंग में कोई परिवर्तन  होने के साथ खुजली हो तो, ऐसा होता है तो पैथोलोजिकल जाँच की आवश्यकता हैं .











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