शुक्रवार, 20 सितंबर 2013

तिल चर्म पर

शरीर पर तिल [ 1 ]
उष्ण प्रधान औषधी होम्योपैथ चिकित्सा 
शरीर पर तिल [ naevi ] बीमारी का सम्बन्ध उपदश और पारद विष से जुडा रहता हैं, इस कि निचली श्रेणी के उत्तको में पर विशेष क्रिया होती हैं, ये बीमारी ज्यादातर अधिक आयु [ अर्धायु ] में रोगी को विवश होकर स्फूर्ति के कारण स्फूर्ति से घुमना पड़ता हैं.
मन - सवार्धिक परिजनों के प्रति उदासीन; उतरदाहित्वो  को महसूस करने की अक्षमता; प्रसन्नवदन. मानसिक रुप से अभिमान और प्रफुल्ल.
सिर = सिर के दोनों ओर अंदर-बहार की ओर दवाब
आंखे - आखोँ के आर-पार हवा बहने जैसी अनुभूति, अश्रुनली का व्रण , भीतरी कोण में प्रचंड खुजली
नाक – नाक से चिर प्रतिश्याय [ cronic catarrh ] के  साथ नासा-पट [ septum ] की व्रण ग्रस्तता [ ulceration]; नाक बंद तथा माथे पर मंद मंद भारी दर्द.
मुख - दंत –व्रण [ dental fistula ] साथ ही अविराम खुनी, नमकीन स्त्राव. कंठ के घाव जो अधिक शीतलता दन्त गर्म महसूस होते है. दाँतों और उपरी जबड़ो की हड्डियों को प्रभावित करती हैं.
आमाशय - आमाशय के अन्दर भारीपन और बोज की अनुभूति. खाना खाने से पहले आमाशय के अंदर गर्मी. खट्टी डकारे चटपटी चीजें खाने को जी चाहता, काफी से अरुचि. तंग वस्त्र पहने से पेट [ आमाशय ] के लक्षणों से आराम. ठंडा पानी पिने की इच्छा, चटपटा कहने की चाहत. भूखा तथा गर्म पेय पदार्थ से दस्त लग जाते.
उदर – डकारे कलेजे पर दर्द.
मल – पित्तातिसार, काफी से अरुचि.
मूत्र – कम मात्रा में गहरे रंग का, बार-बार ओर स्वच्छन्द रूप से पेशाब आती है उसके बाद भारी राहत मिलती हैं.
पुरुष – मूत्र मार्ग में जलन, संभोग की इच्छा बढ़ी हुई के साथ रात को नींद में लिंगोत्थान. वृषण सुजा हुआ .
स्त्री - श्रुतुस्त्राव विपुल मात्रा में बार-बार , बार-बार लम्बे समय तक गतिशीलता विपुल परिणाम में तथा त्वचा को छिल देने वाला प्रदर, कामोंद [ nymphomania ] ,जरायु तथा जरायु मुख की व्रणग्रस्तता.
श्वास संस्थान – छाती में घुटन, श्वास लेने में कठिनाई, अत्यधिक श्वास कष्ट.
बाहरी अंगों में जैसे हाथों की उंगलियों के जोड़ों का प्रदाह, नाख़ून भूरे भूरे. नथुनों के नीचे जैसे काटा हो.
चर्म -  तिल [ naeve] : व्रण; लाल किनारे और छाले. स्फीति-शिराए [ varicose veins ] . शय्याक्षत [ decubitus ] गर्मी से अधिक घावो के निशानों पर खुजली, जैसे लगता हो रोम-रोम से गर्म गर्म भाप निकल रही हो दाग, धब्बो से अधिक गर्मी, नाख़ून तेजी से बढ़ रहे हो, अधिक मात्र में खट्टा, दुगंधित पसीना
रूपात्मकतायें = ठण्ड से चलते समय आराम , गर्मी से प्रातकाल , गरम पेय पदार्थों से वृद्धि .flu a ..........

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