भारतीय जीवन दर्शन = भारतीय जीवन दर्शन बीज विज्ञानं से सुरु होता है .जो गर्भ में प्रवेस के पहले दो प्रकार उन सकारात्मक तथा नकारात्मक पहलुओ का समर्थन करता है.दिन और रात,अच्छा और बुरा ,जीवन और मौत , लाभ और हानि तथा जीवन में बीमारी और स्वाथ्य एक शिक्के के दो पहलुओ का वर्गीकरण इस प्रकार करता की नकारात्मक पहलू अपने आप उपज जाता जबकि सकारात्मक पहलू को निर्माण की आवश्यकता को निरंतर बनाए रखना पड़ता है. भारतीय जीवन मानसिक तथा शाररिक जीवन के निर्माण में अन्न की भूमिका को प्रधानता देता है की जैसा खाओगे अन्न वैसा होगा मंन... और मन के विचारो से ही ज्ञान विज्ञानं का विकास होता है .
अपनी दिशा बदलो दशा अपने आप बदल जाएगी ,.. Change its direction will change on its own.. AAYURVED, MODREN, NUTRITION DIET & PSYCOLOGY गोपनीय ऑनलाइन परामर्श -- आपको हमारा परामर्श गोपनीयता की गारंटी है. हमारा ब्लॉग्स्पॉट, विश्वसनीय, सुरक्षित, और निजी है. एक उर्जावान, दोस्ताना, पेशेवर वातावरण में भौतिक चिकित्सा के लिए सर्वोत्तम संभव कार्यक्रम प्रदान करना है.
बढ़िया जानकारी
जवाब देंहटाएं