मंगलवार, 18 दिसंबर 2012

, गोल्डन जुबली कांफ्रेंस ऑफ़ इंडियन डाईटेटिक एस्सोसिएसन का 45 वा वार्षिक रास्ट्रीय संमेलन


.............डाक्टर रघुनाथ सिंह राणावत ने बताया , गोल्डन जुबली कांफ्रेंस ऑफ़ इंडियन डाईटेटिक एस्सोसिएसन का 45 वा वार्षिक रास्ट्रीय संमेलन 29-11-12 से 1-12-12 तीन दिवसीय हैदराबाद में सयुक्त भारतीय आहारीय संगठन और नेशनल इंस्टीटियुत ऑफ़ नुट्रीशन [ IMCR ] हैदराबाद संपन्न हुआ .इस संमेलन में डाक्टर भाग लेकर लोटे .आज  भागदौड़ भरी आधुनिक जीवन शैली के कारन मोटापा ,ह्रदयरोग ,डायबितिज और तनाव भरी जिन्दगी से अन्य सहायक बिमारिया का बढ़ाता प्रभाव धनिक परिवार के साथ गरीब गाँवो के परिवार में भी देखने को मिलता है , जिसमे गुर्दों ,आँखों ,लीवर की बीमारियों के प्रभाव से बचा नही जासकता ,आज का आधुनिक  जीवन शैली में मानशिक कार्य के कार्य ज्यादा होने पर शारीरिक श्रम कम होने से ये बीमारिया बढती है ,खानपान की अनावश्यता की पूर्ति भी बीमारियों को बढ़ावा  है ,,इस संमेलन में  से भी दो डाक्टर आये 1. इथेन बर्गमन जो एशोशीएट डीन और प्रोफेसर ऑफ़ फ़ूड साइंस और नुट्रीशिशन सेंटर वशिंगटन युनिवरसिटी इलेंसबर्ग अमेरिका से आये ने विचार रखे,. 2.अमेरिका के डाक्टर डेनिस ऍम बिअर ,चिल्ड्रन रिचर्च सेंटर बायलोर कालेज ऑफ़ मेडिसिन अमेरिका ने अपने रिचर्च को पढ़ा .................................सुझाव जनता से ...संतुलित भोजन करे,ध्यानयोग करे ,आवश्यकतानुसार अपना काम स्वय करे .संतुलित कसरत करे और अपने तनाव को दूर करने के लिए गुनगुने जैसे कोई गीत ,भजन       

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