बुधवार, 28 अगस्त 2013

सत्य

सत्य सूर्य के सामान होता है, और ये बादल रूप झूठ से छुपाया जाने की कोशिस थोड़ी देर की ही होती है. इस के साथ चन्द्र तथा तारे भी होते है यानी छोटी बड़ी बाते सत्य होती उन बातों को नकारा नही जा सकता यानि छुपाया नही जा सकता है, बदला रूप झूठ का आवरण सकारात्मक है तो भी वो कारण होता है, ओर नकारात्मक है तो जिस के पिच्छे काम की प्रबल विचारिक उतेजना जो अनियत्रित होती है झुट सकारात्मक हो या नकारात्मक जो माया रूपी आकर्षण का कारण होता जिस के पीछे इच्छा या घृणा के कारण पैदा होती है कभी कभी वैचारिक प्रति दुद्धता या अज्ञात के कारण भी दुर्भाग्य पूर्ण आसक्तता से मोह युक्त मान-अपमान , सुख-दुःख आनंद-पीड़ा, अच्छा-बुरा और स्त्री-पुरुष में मेरा पति, पत्नी, बेटा, बेटी, घर,शिक्षा और व्यापार के तार्किक क्षमता को खो देना से भटने का कारण होता है।    

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