स्तन समस्या
एक स्त्री के स्तन सुडौल और आकर्षक केवल प्रकृति की देन ही नहीं बल्कि अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है.
स्त्री की खूबसूरती को बढ़ाने में उसके सुन्दर, स्वस्थ और सुडौल स्तन बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण योगदान निभाते हैं. पुरुष भी सुडौल स्तन को पसंद करते हैं, स्त्रियों का बेडौल स्तन के कारण आकर्षक नहीं लगता. तो सुन्दरता समाप्त हो जाती है जिससे हिन् भावना आ जाती है.
ज्यादातर स्तनों की समस्या स्वास्थ्य की खराबी या पोषण की कमी से पैदा होती है. नारी के स्तनों को सुन्दर बनाने के लिए सन्तुलित भोजन, व्यायाम तथा आराम के सन्तुलन से शरीर हितकारी होना चाहिए, पोषण की कमी या व्यायाम ना करने से स्तन बढ़ नहीं पाते या ज्यादा चर्बी वाले भोजन और व्यायाम की कमी से स्तन भारी और बेडौल हो जाते हैं. अपने भोजन करने की आदत मे सुधार करके और रोजाना व्यायाम करने से स्तनों को सुन्दर ओर सुडौल बनाया जा सकता है. महिलाओं में यौवनावस्था में समुचित विकास न होना, हार्मोन्स का असंतुलन, खाने में आवश्यक प्रोटीन्स की कमी, शारीरिक रूप से कमजोर होना, वक्ष का ढीलापन, गर्भधारण के पश्चात व बच्चों को स्तनपान कराने के बाद वक्ष सुडौल नहीं रहते, जिसके कारण महिलाओं में हीनभावना आ ही जाती है, एक से बढ़कर एक तकनीक महिलाऐं वक्षों को विकसित करने व सुडौल बनाने हेतु तरह-तरह के व्यायाम व तेलों की मालिश करनी चाहिए. जो महिलाऐं वक्षों को विकसित करने व सुडौल बनाने हेतु तरह-तरह के व्यायाम व तेलों की मालिश के साथ साथ इसके लिए संतुलित भोजन करने की आदत को ठीक करने में अपनी जीवन शैली में बदलाव लाकर सुडौल और आकर्षक अच्छा स्वस्थ बनया जा सकता हैं.
एक स्त्री के स्तन सुडौल और आकर्षक केवल प्रकृति की देन ही नहीं बल्कि अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है.
स्त्री की खूबसूरती को बढ़ाने में उसके सुन्दर, स्वस्थ और सुडौल स्तन बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण योगदान निभाते हैं. पुरुष भी सुडौल स्तन को पसंद करते हैं, स्त्रियों का बेडौल स्तन के कारण आकर्षक नहीं लगता. तो सुन्दरता समाप्त हो जाती है जिससे हिन् भावना आ जाती है.
ज्यादातर स्तनों की समस्या स्वास्थ्य की खराबी या पोषण की कमी से पैदा होती है. नारी के स्तनों को सुन्दर बनाने के लिए सन्तुलित भोजन, व्यायाम तथा आराम के सन्तुलन से शरीर हितकारी होना चाहिए, पोषण की कमी या व्यायाम ना करने से स्तन बढ़ नहीं पाते या ज्यादा चर्बी वाले भोजन और व्यायाम की कमी से स्तन भारी और बेडौल हो जाते हैं. अपने भोजन करने की आदत मे सुधार करके और रोजाना व्यायाम करने से स्तनों को सुन्दर ओर सुडौल बनाया जा सकता है. महिलाओं में यौवनावस्था में समुचित विकास न होना, हार्मोन्स का असंतुलन, खाने में आवश्यक प्रोटीन्स की कमी, शारीरिक रूप से कमजोर होना, वक्ष का ढीलापन, गर्भधारण के पश्चात व बच्चों को स्तनपान कराने के बाद वक्ष सुडौल नहीं रहते, जिसके कारण महिलाओं में हीनभावना आ ही जाती है, एक से बढ़कर एक तकनीक महिलाऐं वक्षों को विकसित करने व सुडौल बनाने हेतु तरह-तरह के व्यायाम व तेलों की मालिश करनी चाहिए. जो महिलाऐं वक्षों को विकसित करने व सुडौल बनाने हेतु तरह-तरह के व्यायाम व तेलों की मालिश के साथ साथ इसके लिए संतुलित भोजन करने की आदत को ठीक करने में अपनी जीवन शैली में बदलाव लाकर सुडौल और आकर्षक अच्छा स्वस्थ बनया जा सकता हैं.
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