आप की बात सही परन्तु संख्या को कोई महत्व नही होता ,महत्व तो गुणों का होता है .रात में करोड़ो तारों की संख्या होती मगर पूनम के चाँद के सामने उनके गुण फीका होते है .मगर उस पूनम के चाँद का महत्व तब फीका पड जाता है,जब दूज के चाँद के लिए उस का दर्शन का इंतजार करते और भारत में व्यापारी तेजी मंदी की भविष्य वाणी देखी जाती है ,वैसे ही बहुत सारी संताने हो और कमाने लायक या परिवार को ठीक ढंग से पाल नही सके व् समाज पर बोझ हो ओर एक ही बेटा हो और परिवार को तो पाले ही साथ साथ समाज को भी मार्गदर्शन दे तो यह पर एक के गुण अनेक की संख्या से बेहतरीन साबित होता है . इस आप गुण वान बने और अपनी औलाद को गुण वान बना ये ... और अपना जीवन को प्रबंधित की जिये
अपनी दिशा बदलो दशा अपने आप बदल जाएगी ,.. Change its direction will change on its own.. AAYURVED, MODREN, NUTRITION DIET & PSYCOLOGY गोपनीय ऑनलाइन परामर्श -- आपको हमारा परामर्श गोपनीयता की गारंटी है. हमारा ब्लॉग्स्पॉट, विश्वसनीय, सुरक्षित, और निजी है. एक उर्जावान, दोस्ताना, पेशेवर वातावरण में भौतिक चिकित्सा के लिए सर्वोत्तम संभव कार्यक्रम प्रदान करना है.
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