गुरुवार, 27 दिसंबर 2012

हम हमारा जीवन प्रबंधन कैसे करे !

हम हमारा जीवन प्रबंधन कैसे करे ! मन सतोगुण किस प्रकार से रजोगुण में परिवर्तन हो जाता है कहने का मतलब काम से क्रोध में परिवर्तन हो जाता है ,जिस तरह इमली के सम्पर्क से दूध दही में बदल जाता है .इसी प्रकार से मोह निरंतर बना रहता है जिस से संतुष्टि नही मिलती तब, मोह को टूटने देख क्रोध में परिवर्तित हो जाता है .काम-क्रोध को आत्मिक बना कर हनुमानजी की तरह शुक्ष्म रूप से विराट् रूप समान बना कर काम रूपी लंका को जला डाले ,या जलाया जा सकता है ...

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